आजाएगा जलजला (दोहे)
आजाएगा जलजला, खोली अगर जुबान!
चुप हूँ तो महफूज हैं,राजनीति का मान!!
नेताओं का दिख रहा,साहित्यिक अंदाज!
शेर बंधें घुड़साल में,.कुत्तों सी आवाज।!
रमेश शर्मा
आजाएगा जलजला, खोली अगर जुबान!
चुप हूँ तो महफूज हैं,राजनीति का मान!!
नेताओं का दिख रहा,साहित्यिक अंदाज!
शेर बंधें घुड़साल में,.कुत्तों सी आवाज।!
रमेश शर्मा