आज़ाद परिंदे
ऑंखों में उम्मीदों की छाप लिए,
सपनों के पल में डूबे हुए आज़ाद परिंदे!!
ज़िंदगी के रंगों में भरे हुए आख़िरी छीटें,
कितनी ख़ूबसूरत हम इस राहगुज़र के साथ चलें!!
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
ऑंखों में उम्मीदों की छाप लिए,
सपनों के पल में डूबे हुए आज़ाद परिंदे!!
ज़िंदगी के रंगों में भरे हुए आख़िरी छीटें,
कितनी ख़ूबसूरत हम इस राहगुज़र के साथ चलें!!
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”