आज़ादी के 75 वर्ष ’नारे’
आज़ादी के 75 वर्ष
1.आज़ादी का अर्थ पहचानो
सोच को अपनी ज़रा सुधारो
पाश में अपने बंधे हुए हो
तोड़ो इसको देश संभालो
2.सोच को अपनी खोल के देखो
बंधन को तुम तोड़ के देखो
मिलकर सोचो, रोको विनाश
देश का अपने करो विकास
3.न ही भूख न रहे बीमारी
फैले हरियाली, गूंजे किलकारी
घर–घर में हो यही पुकार
जिस घर बेटी वही खुशहाल
4.बेरोजगारी, भुखमरी, भ्रष्टाचार जब होगा कम
तभी सम्पूर्ण हैं आज़ादी के 75 वर्ष का जश्न