Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jan 2022 · 1 min read

आज़ादी के ज़ंग शुरू बा

फिर आज़ादी के ज़ंग शुरू बा
हम देखीं के कवना ओर बा!
जो एक तरफ़ मज़दूर-किसान
तअ एक तरफ़ क़ातिल-चोर बा!!

Language: Bhojpuri
349 Views

You may also like these posts

''हम मिलेंगे ''
''हम मिलेंगे ''
Ladduu1023 ladduuuuu
2698.*पूर्णिका*
2698.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रिश्ता उम्र भर का निभाना आसान नहीं है
रिश्ता उम्र भर का निभाना आसान नहीं है
Sonam Puneet Dubey
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
कवि रमेशराज
मां का अछोर आँचल
मां का अछोर आँचल
Dr MusafiR BaithA
पिता सब कुछ हो तुम
पिता सब कुछ हो तुम
Raghuvir GS Jatav
जीवन में ऐश्वर्य के,
जीवन में ऐश्वर्य के,
sushil sarna
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
*प्रणय*
फ़क़्त ज़हनी तवाज़ुन से निकलती हैं तदबीरें,
फ़क़्त ज़हनी तवाज़ुन से निकलती हैं तदबीरें,
Dr fauzia Naseem shad
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हसरतें
हसरतें
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
ऐ जिंदगी
ऐ जिंदगी
Shriyansh Gupta
गुमनाम रहने दो मुझे।
गुमनाम रहने दो मुझे।
Satish Srijan
विचार में जीने से बेहतर हृदय में जीना चाहिए। - रविकेश झा
विचार में जीने से बेहतर हृदय में जीना चाहिए। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
दोहा पंचक. . . व्यवहार
दोहा पंचक. . . व्यवहार
Sushil Sarna
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
Ram Krishan Rastogi
You are driver of your life,
You are driver of your life,
Ankita Patel
सूरवीर
सूरवीर
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
पसन्द नहीं था खुदा को भी, यह रिश्ता तुम्हारा
पसन्द नहीं था खुदा को भी, यह रिश्ता तुम्हारा
gurudeenverma198
लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही ?
लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही ?
Shyam Sundar Subramanian
बड़ी शान से नीलगगन में, लहर लहर लहराता है
बड़ी शान से नीलगगन में, लहर लहर लहराता है
Dr Archana Gupta
*भारतमाता-भक्त तुम, मोदी तुम्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
*भारतमाता-भक्त तुम, मोदी तुम्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
फर्क पड़ता है!!
फर्क पड़ता है!!
Jaikrishan Uniyal
ग़ज़ल-दुनिया में दुनियादारी का बोझ
ग़ज़ल-दुनिया में दुनियादारी का बोझ
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
सच
सच
Neeraj Agarwal
नन्हा मछुआरा
नन्हा मछुआरा
Shivkumar barman
न रोको तुम किसी को भी....
न रोको तुम किसी को भी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
* मिट जाएंगे फासले *
* मिट जाएंगे फासले *
surenderpal vaidya
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अपनी चाह में सब जन ने
अपनी चाह में सब जन ने
Buddha Prakash
Loading...