आज़ादी की शर्त
फ़ैसले ख़ुद ही ख़ुद तो सारे लिख दिये
जिरह किए बिना हमको सज़ा लिख दिये
क्या करे आज़ाद पंछी क्या करे ये असमां
उड़ान को पाबंदी नहीं पंख गिरवी रख लिये
डा. राजीव “सागरी”
फ़ैसले ख़ुद ही ख़ुद तो सारे लिख दिये
जिरह किए बिना हमको सज़ा लिख दिये
क्या करे आज़ाद पंछी क्या करे ये असमां
उड़ान को पाबंदी नहीं पंख गिरवी रख लिये
डा. राजीव “सागरी”