आज़ादी का जश्न
आज़ादी का जश्न मनाएं हम
इस भारत की शान बढ़ाएं हम
सारे जग में अब प्यार लुटाओ
मिलकर नफरत हर ओर मिटाओ
सपनों का संसार बनाए हम
आज़ादी का जश्न मनाएं हम
हिन्दू मुस्लिम या सिख ईसाई
सबने ही देश पे’ जान गंवाई
कुर्बानी का मान बढ़ाएं हम
आज़ादी का जश्न मनाएं हम
कोई दिल में न बचे अब खाई
आपस में है सब भाई-भाई
पैगाम यही अब फैलाएं हम
आज़ादी का जश्न मनाएं हम
दूर सदा रहना मक्कारों से
मिलकर निपटो सब गद्दारों से
एक कसम फिर से दुहराएं हम
आज़ादी का जश्न मनाएं हम
जान गंवाकर इसको पाया है
मुश्किल से ऐसा दिन आया है
कुर्बानी की लाज बचाएं हम
आज़ादी का जश्न मनाएं हम
© अरशद रसूल