Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jan 2022 · 1 min read

आजमाइश…

रोज़ वक्त के साथ
जिंदगी से फरमाइश ना कर
जो तेरा है खुदाया
मिलकर रहेगा आजमाइश ना कर…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’

Language: Hindi
Tag: शेर
584 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" पाती जो है प्रीत की "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
नील पदम् के बाल गीत Neel Padam ke Bal Geet #neelpadam
नील पदम् के बाल गीत Neel Padam ke Bal Geet #neelpadam
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अकाल काल नहीं करेगा भक्षण!
अकाल काल नहीं करेगा भक्षण!
Neelam Sharma
4) “एक और मौक़ा”
4) “एक और मौक़ा”
Sapna Arora
THE ANT
THE ANT
SURYA PRAKASH SHARMA
भटकता पंछी !
भटकता पंछी !
Niharika Verma
सुंदर लाल इंटर कॉलेज में प्रथम काव्य गोष्ठी - कार्यशाला*
सुंदर लाल इंटर कॉलेज में प्रथम काव्य गोष्ठी - कार्यशाला*
Ravi Prakash
हम तो हैं प्रदेश में, क्या खबर हमको देश की
हम तो हैं प्रदेश में, क्या खबर हमको देश की
gurudeenverma198
राम समर्पित रहे अवध में,
राम समर्पित रहे अवध में,
Sanjay ' शून्य'
*भारतीय क्रिकेटरों का जोश*
*भारतीय क्रिकेटरों का जोश*
Harminder Kaur
" मेरा रत्न "
Dr Meenu Poonia
वो हमसे पराये हो गये
वो हमसे पराये हो गये
Dr. Man Mohan Krishna
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
"फर्क"
Dr. Kishan tandon kranti
*
*"ममता"* पार्ट-2
Radhakishan R. Mundhra
*
*"परछाई"*
Shashi kala vyas
I met Myself!
I met Myself!
कविता झा ‘गीत’
सूरत यह सारी
सूरत यह सारी
Dr fauzia Naseem shad
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
Bhupendra Rawat
तेरे जवाब का इंतज़ार
तेरे जवाब का इंतज़ार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*नींद आँखों में  ख़ास आती नहीं*
*नींद आँखों में ख़ास आती नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नज़्म/गीत - वो मधुशाला, अब कहाँ
नज़्म/गीत - वो मधुशाला, अब कहाँ
अनिल कुमार
3157.*पूर्णिका*
3157.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यह गलतफहमी कभी नहीं पालता कि,
यह गलतफहमी कभी नहीं पालता कि,
Jogendar singh
अच्छे दामों बिक रहे,
अच्छे दामों बिक रहे,
sushil sarna
वसंत बहार
वसंत बहार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ग़ज़ल _ धड़कन में बसे रहते ।
ग़ज़ल _ धड़कन में बसे रहते ।
Neelofar Khan
🙅आज पता चला🙅
🙅आज पता चला🙅
*प्रणय प्रभात*
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...