आजकल लोग बहुत निष्ठुर हो गए हैं,
आजकल लोग बहुत निष्ठुर हो गए हैं,
किसी की भावनाओं से कोई सरोकार नहीं।
नहीं गर तो कोई बात नहीं ,
हम भी समझते इनको इंसान नहीं ।
क्योंकि इंसान तो वही होता है ,
जो समझे पीर पराई।
इन जालिमों को देते नहीं कभी ,
किसी के आंसू भी दिखाई।