आजकल की संतान
गर तेरे माता पिता न होते तो
तेरा जन्म नहीं होता
तू इस दुनिया में नहीं हो सकता था
तेरा कोई अस्तित्व नहीं होता
तेरा कोई वजूद नहीं होता
तेरा कोई मुकाम नहीं होता
तू एक मिट्टी का पुतला है
आखिर किस बात पर इतना इतराता है
आज है
कल नहीं होगा
किस बात पर इतना भाव खाता है
अपने मां बाप को तूने
जानबूझकर मार डाला
तुझे जरा भी संकोच नहीं हुआ
लज्जा नहीं आई
परिवार वालों को बात बात पर
अपमानित करने में
तुझे कोई आत्मग्लानि नहीं होती
आजकल की संतान किस
मिट्टी से बनी है
मां बाप तो इनके सोना थे
यह किसके लक्षण
किसके संस्कार
किसके अवगुण इनमें आये कि
भगवान भी इनके कुकृत्यों
घोर अपराधों
अमानवीय व्यवहार को देखकर
इनसे हाथ जोड़ जायें।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001