आगे बढ़ निरंतर
आगे बढ़ निरंतर
नई राहों पे हो अग्रसर
चाहे अकेला ही सही
खुद पर यकीन कर
भीङ का हिसा मत बन
अपनी राह चुन बेफिक्र
साथ की जिद छोड़ कर
ऊंचाईयों पर हो अग्रसर
आये तूफान भयंकर
गुजर जाएगा मत भय कर
मिलेगा अंधेरा अगर
मिट जाएगा जब आए सहर
जिंदगी एक नेमत है
बनाता जा इसको बेहतर
आगे बढ़ता निरंतर
नई राहों पे हो अग्रसर
चित्रा बिष्ट