#आखिर कौन??
मुझपे अपना हक जताना,
रगड़ हाथों को सर्द गालों की हटाना,
हाथ अपने से खिलाना,
कौन करेगा?
मेरी इच्छा की करना,
आप अपने को भूल जाना,
ज़िद तनिक भी न दिखाना,
कौन करेगा?
पागल उसे बोले जमाना,
अच्छा समझ होकर पागल कहाना,
आखिर कौन करेगा??
..✍️.मनोज