आखिर ऐसा क्यों ?
हमारे देश के वीर सिपाही हो ,
जो मातृ भूमि पर आए संकट,
तो अपना खून बहाने में जरा नही चूकते।
और हमारे देश के होनहार खिलाड़ी भी ,
विश्व में देश का गौरव बढ़ाने में ,
बहुत जायदा पसीना बहाने से नहीं चूकते ।
मगर सिपाही या खिलाड़ी जब जान की कुर्बानी दे दें ,
या हो जाए सेवा निवृत ।
क्यों ये और इनका परिवार गरीबी और अभाव की जिंदगी गुजारने में विवश होते है?
क्यों इनके उपकारों का बदला नहीं दे पाती सरकार ?
इनकी सुध और संभाल नहीं करती सरकार ?
इन उपकारों / योगदान के बदले इनको मिलती
है अवहेलना !
आखिर क्यों ऐसा करती है सरकार ?