आकर्षित
✒️जीवन ?की पाठशाला ?️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की यदि आप ईश्वर पर पूर्ण श्रद्धा -विश्वास रखते हैं और आपमें सब्र है तो ईश्वर आपको आपकी मंजिल तक अवश्य पहुंचाते हैं .. जरूरी है ईमानदारी भरा प्रयास एवं कर्म ….,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की सुबह उठ कर मुँह से निकले पहले शब्द-विचार -सोच -से लेकर रात्रि में सोने तक अंतिम शब्द -सोच -विचार प्रकर्ति को आपकी तरफ आपकी सकारात्मक और नकारात्मक सोच की तरह आकर्षित करते हैं …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जो व्यक्ति अपने मन की बात -पीड़ा स्पष्ट रूप से नहीं कह पाता वही सबसे अधिक क्रोध करता है …,
आखिर में एक ही बात समझ आई की कई बार अकेले होना -अपने ही साथ रहना और अकेले में रोना आपको अंदर से मजबूत कर देता है …!
बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गई की दूरी और मास्क ? है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
?सुप्रभात ?
आपका दिन शुभ हो
विकास शर्मा'”शिवाया”
?जयपुर -राजस्थान ?