आओ हम सब प्रेम से, बोलें जय श्रीराम
सज-धज कर तैयार है,राम लला का धाम।
आओ हम सब प्रेम से,बोलें जय श्रीराम।
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बीता अब वनवास,लला घर आये हैं।
घर-घर में उल्लास,गीत मृदु गाये हैं।।
दर-दर वंदनवार हैं,सजे शहर औ ग्राम।
आओ हम सब प्रेम से, बोलें जयश्री राम।।
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सजा अयोध्या नगर,समय फिर बदला है।
सभी ओर संतोष,मुखर हो निकला है।।
भजते सब अब राम हैं, लेते हर पल नाम।
आओ हम सब प्रेम से, बोलें जय श्रीराम।।
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उमड़े संत अनाम, भीड़ अति भारी है।
राम धाम हित काज,बना सुखकारी है।।
सांस नहीं लेते तनिक, करते नहिं विश्राम।।
आओ हम सब प्रेम से, बोलें जय श्रीराम।।
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फिर सरयू का घाट,बना फलदाई है।
हुआ वही जन मुक्त, गान प्रभु गाई है।
कहै अटल कविराय अब, लीजै प्रभु का नाम।
आओ हम सब प्रेम से बोलें, जय श्रीराम।
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अटल मुरादाबादी
ओज व व्यंग कवि
९६५०२९११०८
बी -१४२ सेक्टर -५२
(नीयर आदर्श पब्लिक स्कूल)
नोएडा, गौतमबुद्ध नगर
उ०प्र०-२०१३०७