Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2023 · 1 min read

आओ हम पेड़ लगाए

आओ हम पेड़ लगाए,
हरियाली के गीत गाए,

हरियाली हर मन को भाती,
छोटे बड़े सबको खूब सुहाती,

हरियाली से आती खुशहाली,
कोई कोना रहे न फिर खाली,

कब होगा ऐसा…….?

जब लगाएंगे हम पेड़,
सजाएंगे खेतो की मेढ़,

शुद्ध बयार बहेगी चहुंओर,
खुशियों का होगा फिर दौर,

होगी बारिश भी भरपूर,
सूखा, अकाल रहेगा दूर,

कल कल बहेगी नदियां,
झूम उठेगी हर वादियां,

पग पग पर होगा पानी,
पानी की ही होगी कहानी,

प्रकृति के खिलेंगे नवरंग,
भोर होगी खुशियों संग,

आओ हम पेड़ लगाए,
हरियाली के गीत गाए,

Language: Hindi
192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from जगदीश लववंशी
View all
You may also like:
वो जो मुझको रुलाए बैठा है
वो जो मुझको रुलाए बैठा है
काजू निषाद
मौत के डर से सहमी-सहमी
मौत के डर से सहमी-सहमी
VINOD CHAUHAN
पहली दस्तक
पहली दस्तक
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
तेरे जाने का गम मुझसे पूछो क्या है।
तेरे जाने का गम मुझसे पूछो क्या है।
Rj Anand Prajapati
चार दिनों की जिंदगी,
चार दिनों की जिंदगी,
sushil sarna
******गणेश-चतुर्थी*******
******गणेश-चतुर्थी*******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पढो वरना अनपढ कहलाओगे
पढो वरना अनपढ कहलाओगे
Vindhya Prakash Mishra
कसम, कसम, हाँ तेरी कसम
कसम, कसम, हाँ तेरी कसम
gurudeenverma198
#दिनांक:-19/4/2024
#दिनांक:-19/4/2024
Pratibha Pandey
मेरी औकात के बाहर हैं सब
मेरी औकात के बाहर हैं सब
सिद्धार्थ गोरखपुरी
👍👍
👍👍
*प्रणय प्रभात*
सीख गुलाब के फूल की
सीख गुलाब के फूल की
Mangilal 713
बस एक कदम दूर थे
बस एक कदम दूर थे
'अशांत' शेखर
दो धारी तलवार
दो धारी तलवार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
May 3, 2024
May 3, 2024
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कहानियां उनकी भी होती है, जो कभी सफल नहीं हुए हर बार मेहनत क
कहानियां उनकी भी होती है, जो कभी सफल नहीं हुए हर बार मेहनत क
पूर्वार्थ
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
Meera Thakur
"लकड़ी"
Dr. Kishan tandon kranti
किस्मत भी न जाने क्यों...
किस्मत भी न जाने क्यों...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कर्म यदि अच्छे हैं तो डरना नहीं
कर्म यदि अच्छे हैं तो डरना नहीं
Sonam Puneet Dubey
सियासत कमतर नहीं शतरंज के खेल से ,
सियासत कमतर नहीं शतरंज के खेल से ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मैं सदा चलता रहूंगा,
मैं सदा चलता रहूंगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
कवि दीपक बवेजा
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मजदूर हूँ साहेब
मजदूर हूँ साहेब
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जीत कर तुमसे
जीत कर तुमसे
Dr fauzia Naseem shad
4128.💐 *पूर्णिका* 💐
4128.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
फूल सूखी डाल पर  खिलते  नहीं  कचनार  के
फूल सूखी डाल पर खिलते नहीं कचनार के
Anil Mishra Prahari
अक्षर-अक्षर हमें सिखाते
अक्षर-अक्षर हमें सिखाते
Ranjeet kumar patre
*चंदा दल को दीजिए, काला धन साभार (व्यंग्य कुंडलिया)*
*चंदा दल को दीजिए, काला धन साभार (व्यंग्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...