आओ स्वतत्रता दिवस मनाएं !
आओ स्वतत्रता दिवस मनाएं,
आजादी के गीत मिलकर गाएं।
याद करें आज हम दीवानों को,
आजादी के उन मतवालों को।
याद करें लकुटी वाले गांधी को,
सत्य अहिंसा वाली आंधी को।
प्रेम विनम्रता की बातें करते थे,
अंग्रेज उनके मौन से डरते थे।
याद करें झांसी की रानी को,
मर्दों से लड़ने वाली मर्दानी को।
अकेले ही अंग्रेजों से लड़ी थी,
प्राण हथेली पर लिए खड़ी थी।
याद करें सुभाष चंद्र बोस को,
अंग्रेजों के प्रति उनके रोष को।
आजाद हिंद फौज के नायक थे,
देश के वो सपूत थे, लायक थे।
याद करें चंद्रशेखर आजाद को,
एचएसआरए के सरताज़ को ।
अंग्रेज उन्हें कभी पकड़ न पाए,
बेड़ियों में कभी जकड़ न पाए।
याद करें भगत सिंह की कुर्बानी,
देश पर निछावर उनकी जवानी।
हंसते हंसते फांसी पर चढ़ गए,
अध्याय वीरता का वो गढ़ गए।
याद करें वल्लभ भाई पटेल को,
जिन्होंने रियासतों को जोड़ा था।
देश बनाने की खातिर उन्होंने,
कई दरियावों को मोड़ा था।
याद करें अंबेडकर महान को,
उनके द्वारा लिखे संविधान को।
याद करें देश के पहले प्रधान को,
राष्ट्र के गौरव और अभिमान को।
आज मिलकर इनके गुण गाएं,
मुल्क ये प्यारा प्यार से सजाएं।
आओ स्वतत्रता दिवस मनाएं,
सबको प्रेम से हम गले लगाएं।