आओ साथी मिलकर मदद करें
आओ साथी आओ साथी,
हम सब मिलकर मदद करें ।
थोड़े थोड़े अपने सहयोग से,
पुण्य का यह घड़ा भरे ।।
मजदूर हमारे भाई है,
सच्चे भारत वासी है ।
जितना हो सहयोग करें,
यही पुण्य काबा काशी है ।।
भूख अपनी काट कर,
बचा ले एक एक रोटी ।
भूखों को भोजन कराए,
खुश होगी मजदूर बेटी ।।
यह समय टल जाएगा,
फिर से बहार आएगी ।
खिलेंगे खुशियों के फूल,
हर चेहरे पर मुस्कान होगी ।।
सब दिन नही एक समान,
छंट जाएंगे दुःख के बादल ।
थोड़ा धैर्य धीरज धारण करें,
हर मुश्किल होगी फिर से हल ।।
आओ साथी आओ साथी,
मिलकर हम सहयोग करें ।
कंधे से कंधा मिलाकर,
वेदना में खुशियों को भरे ।।