“आओ मेरे पास आओ”
आओ मेरे पास आओ
मैं नाम तुम्हारें सब लिख दूँ
आओ मेरे पास आओ
मैं ज़ाम शरारे सब लिख दूँ…
अरसे से तन्हा बैठा हूँ
मिलना चाहा तो मिला नहीं
ज़ख्म अभी भी गहरा है
तू मिला नहीं तो सिला नहीं….
आओ मेरे पास आओ
मैं हंसीं बहारें सब लिख दूँ
आओ मेरे पास आओ
मैं यकीं इशारे सब लिख दूँ…
मेरा तुझसे नाता टूटा है
मग़र मुझको तुझसे गिला नहीं
तेरा साथ यूँ ही छूटा है
कोई बेवज़ह का सिलसिला नहीं…
आओ मेरे पास आओ
महफूज़ किनारें सब लिख दूँ
आओ मेरे पास आओ
मैं नाम तुम्हारें सब लिख दूँ…..
__अजय “अग्यार