*आओ-आओ योग करें सब (बाल कविता)*
आओ-आओ योग करें सब (बाल कविता)
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आओ-आओ योग करें सब
(1)
योग सभी को स्वस्थ बनाए
निर्मलता मन में भर जाए
अपने भीतर में उतरें सब
(2)
आसन कर के तन सुधरेगा
साँसों को यह शुद्ध करेगा
आओ बैठें साँस भरें सब
(3)
प्रेम-शांति को योग बढ़ाता
भाईचारा यह उपजाता
आओ सुंदर ध्यान धरें सब
आओ-आओ योग करें सब
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451