आई है होली
रंगों का उपहार,
लाई है होली ॥
खुशियों की बहार,
लाई है होली ॥
लाल – गुलाबी, नीले -पीले
रंगों का अंबार
लाई है होली॥
सखी- सहेली, यार पुराने
मिलने लेकर
आई है होली॥
फाग के नवगीतों का
भंडार लेकर
आई है होली॥
कोयल की कूँकों का
सुहाना उपहार
लाई है होली
सबके मन में
रस – रंग भरने
आई है होली॥
सबके अधरों पर
मधुर मुस्कान
लाई है होली॥
भूली -बिसरी यादों का
बाजार लेकर
आई है होली॥
सपनों में रंग भरने को,
जीवन में उमंग भरने को,
मनभावन पकवानों का
उपहार लेकर
आई है होली॥
ठंडी की ठंड को भगाने
सबमें परंपरा की आस जगाने
आई है होली॥
– मीरा ठाकुर