आई वैसाखी
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आई वैसाखी साथियों आई वैसाखी
मिलजुल कर नाचें गाएं आई वैसाखी
फसलें पक चुकी ,रंगों में लाली आई
लहराती फसलें झूमती आई वैसाखी
कटाई-औजारों की कर साफ सफाई
कंधे पर दांती रखलो है आई वैसाखी
हाथ जोड़ कर लो परमेश्वर का वंदन
फसल कटाई दिन लाई आई वैसाखी
झूमों, नाचो,गाओ अन्न भण्डार भरेंगें
खुशियों से भंगड़े पाओ आई वैसाखी
हाथ में पकड़ दांती, शुरु करो कटाई
सुनहरी बेला ले कर है आई वैसाखी
कटाई का मौसम हैं, रहते मेले भरते
हर्ष हर्ष फसल काटते आई वैसाखी
दशम गुरू गोविंद सिंह इतिहास रचा
पंथ खालसा बनाया था दिन वैसाखी
गुरुद्वारों में जगह जगह मेले हैं भरते
गुरु के लंगर रहें चलते आई वैसाखी
वैसाखी पर्व झूम झूम हैं सभी मनाएं
सुखविंद्र जनसंघ नाचे आईं वैसाखी
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)