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20 Jun 2022 · 1 min read

आईने की तरह मैं तो बेजान हूँ

मैं तुम्हारे शहर में भी अनजान हूँ।
देख लो इक नज़र मैं तो मेहमान हूँ।
टूट जाऊं न आकर संभालो मुझे-
आईने की तरह मैं तो बेजान हूँ।

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 372 Views

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