आइ विश्व कविता दिवस हय।
आइ विश्व कविता दिवस हय।
रूस -यूक्रेन आइ लड़ैत हय।
मानवता आइ कटैत मरैत हय।
कवि – कविता आइ मौन हय।
कविता धर्म जातिमे उलझल हय।
शूद्र – काश्मीर फाइलमे दबल हय।
कवि आइ राजसत्ताके गुलाम हय।
कवि राजकवि बनेला जीभलाह हय।
विश्व कवि हूंकारके लेल तैयार हय।
रामा आइ विश्व कविता दिवस हय।
स्वरचित © सर्वाधिकार रचनाकाराधीन
रचनाकार-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।