आइल बा नवका साल
मनई मनई झूमि रहल बा, खूब मिलल बा ताल
आइल बा नवका साल, आइल बा नवका साल
सबकर दुख दलिद्दर लेके साल पुरनका भागे
मन में कवनो माख रहे ना, अइसन नेहिया लागे
नया नया हित मीत मिलें, जिनिगी हो जा खुसहाल
आइल बा नवका साल, आइल बा नवका साल
भोजपुरिया माटी महके तब बासमती उपजेला
कोल्हुआड़े में भेली के साथे मिठास पाकेला
बनल रहे यू पी, बिहार के दुनिया में भौकाल
आइल बा नवका साल, आइल बा नवका साल
नया साल में मन के सगरी साध पुरावें भोला
हँसी खुसी के गीत गवनई पसरे टोली टोला
सबका खातिर हाथ पसरलें आजु ‘असीम’ निहाल
आइल बा नवका साल, आइल बा नवका साल
© शैलेन्द्र ‘असीम’