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10 Jun 2022 · 1 min read

आइना हूं मैं

आइना हूं मैं
जिस दिन टूट जाऊंगा
दूर ही रहना मुझसे
नहीं तो तुझे चुभ जाऊंगा

अभी दिखाता हूं
वास्तविकता तुमको
फिर देखना तुमको
दिन में तारे दिखाऊंगा

जानता हूं सबकुछ
कुछ कहता नहीं हूं
कोई जिद्द करे तो
चुप भी रहता नहीं हूं

तू देखता है सबकुछ
खुद को देख नहीं पाता
आता है जब सामने मेरे
तू छुप भी नहीं पाता

दिखाता हूं कड़वी सच्चाई भी
जो हिम्मत हो देखने की
खोलकर रख देता हूं परतें सारी
जो चाहत हो जानने की

रखते है संभालकर मुझे
जब तक टूट न जाऊं मैं
तबतक है कीमत मेरी
जबतक तेरे काम आऊं मैं

जब रहता नहीं किसी काम का
आइने को भी आइना दिखाता है इंसान
है नहीं मेरी कोई ज़रूरत अब उसे
कहकर मुझे कूड़े में फेंक देता है इंसान।

Language: Hindi
11 Likes · 2 Comments · 535 Views
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