आइना हूं मैं तेरा…….
आईना
सुन, मेरी जाने वफ़ा,आइना हूं मै तेरा।
क्यों तू मुझसे है ख़फा,आइना हूं मै तेरा।
माना नाजुक हूं ज़रा,आइना हूं मै तेरा।
देखी हर तेरी अदा,आइना हूं मै तेरा।
न तू दे मुझको सज़ा,आइना हूं मै तेरा।
आ करीब दूर न जा,आइना हूं मै तेरा।
देखा हर रूप तेरा,आइना हूं मै तेरा।
मैंने,मासूम बचपन तेरा मुस्कराते है देखा,
आइना हूं मै तेरा।
तेरीअठखेलियों पर पैरों को थिरकते है देखा,
आइना हूं मै तेरा।
तेरी जीस्त के हर पल को करीब स हैे देखा,
आइना हूं मैं तेरा।
मैंने हर इक शख्स को मुस्कराते है देखा,
आइना हूं मै तेरा।
तेरे बचपन को जवानी की दहलीज़ चढते है देखा,
आइना हूं मै तेरा।
हर जवां के चेहरे पर इश्क की लकीरों को मचलते है देखा, आइना हूं मै तेरा।
मैंने तुम्हें छुप छुपकर मुस्कराकर नज़रे चुराते है देखा,
आइना हूं मै तेरा।
आँखों में जुदाई के आंसुओ को लरजते है देखा,
आइना हूं मै तेरा।
दुल्हन बनते सजते और संवरते है देखा,आइना हूं मै तेरा।
पिया के आने की आहट से शरमाते और सिमटते है देखा
आइना हूं मै तेरा।
उम्र के निशानों को चेहरे पर चमकते है देखा,
आइना हूं मै तेरा।
उम्रदराज़ हाथों को निशानों पर उंगलिया फिराते है देखा,
आइना हूं मैं तेरा।
मैंने हर चेहरे पर सोच का समंदर लहराते है देखा,
आइना हूं मैं तेरा।
समंदर की गहराई में कदम डगमगाते है देखा,आइना हूं मैं तेरा।
मैंने तुम्हें जीत पर मुस्कराते और हार पर रोते है देखा,
आइना हूं मैं तेरा।
झूठ पर कसमसाते और सच पर खिलखिलाते भी देखा,
आइना हूं मैं तेरा।
मैंने सबको सपनों की उडान भरते ,गम में नीचे गिरते है देखा,आइना हूं मै तेरा।
सब खुशियों और दर्द भरी बातों को बतियाते है देखा,
आइना हूं मै तेरा।
नीलम शर्मा