Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Oct 2022 · 1 min read

*आइए स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें (घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद )*

आइए स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें (घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद )
—————————————-
आइए स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें
अब न विदेशी माल किंचित भी लाइए
लाइए वही हो देश-हित को बढ़ाने वाला
देशहित के विरुद्ध तनिक न जाइए
जाइए उसी दुकान पर हो स्वदेशी वाली
गुण उचित है देश ही के अब गाइए
गाइए विचार-भाव देशभक्ति-भावना के
गोद में माँ भारती के आप अब आइए
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

144 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
कोई मंझधार में पड़ा है
कोई मंझधार में पड़ा है
VINOD CHAUHAN
नेह का दीपक
नेह का दीपक
Arti Bhadauria
#छंद_शैली_में
#छंद_शैली_में
*प्रणय प्रभात*
उठ जाग मेरे मानस
उठ जाग मेरे मानस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैंने जलते चूल्हे भी देखे हैं,
मैंने जलते चूल्हे भी देखे हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कर क्षमा सब भूल मैं छूता चरण
कर क्षमा सब भूल मैं छूता चरण
Basant Bhagawan Roy
मित्र होना चाहिए
मित्र होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
संत सनातनी बनना है तो
संत सनातनी बनना है तो
Satyaveer vaishnav
@ranjeetkrshukla
@ranjeetkrshukla
Ranjeet Kumar Shukla
"बदलते भारत की तस्वीर"
पंकज कुमार कर्ण
कुछ इस तरह टुटे है लोगो के नजरअंदाजगी से
कुछ इस तरह टुटे है लोगो के नजरअंदाजगी से
पूर्वार्थ
मजदूर
मजदूर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
शुभ् कामना मंगलकामनाएं
शुभ् कामना मंगलकामनाएं
Mahender Singh
यूं ही नहीं होते हैं ये ख्वाब पूरे,
यूं ही नहीं होते हैं ये ख्वाब पूरे,
Shubham Pandey (S P)
कहां गए तुम
कहां गए तुम
Satish Srijan
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
Neelam Sharma
13, हिन्दी- दिवस
13, हिन्दी- दिवस
Dr .Shweta sood 'Madhu'
छोटी-सी मदद
छोटी-सी मदद
Dr. Pradeep Kumar Sharma
एक दिन मजदूरी को, देते हो खैरात।
एक दिन मजदूरी को, देते हो खैरात।
Manoj Mahato
एक बंदर
एक बंदर
Harish Chandra Pande
मजदूर
मजदूर
Dr Archana Gupta
*याद तुम्हारी*
*याद तुम्हारी*
Poonam Matia
*मनायेंगे स्वतंत्रता दिवस*
*मनायेंगे स्वतंत्रता दिवस*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
रिश्तों में झुकना हमे मुनासिब लगा
रिश्तों में झुकना हमे मुनासिब लगा
Dimpal Khari
*करते पशुओं पर दया, अग्रसेन भगवान (कुंडलिया)*
*करते पशुओं पर दया, अग्रसेन भगवान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
23/108.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/108.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
gurudeenverma198
छह ऋतु, बारह मास हैं, ग्रीष्म-शरद-बरसात
छह ऋतु, बारह मास हैं, ग्रीष्म-शरद-बरसात
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अब भी कहता हूँ
अब भी कहता हूँ
Dr. Kishan tandon kranti
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...