Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Dec 2017 · 1 min read

**** आंख बादल *****

2.12.17 ***** रात्रि ***** 10.35

रात की तन्हाइयों में मुझको गुनगुनाया कीजिये

तन्हा ना समझ स्वप्न- संग- मेरे सजाया कीजिये

हाथ कंगन होंगे इक दिन मेरे – नाम के हाथ तेरे

आंख-बादल बिन मौसम बरसाया ना कीजिये।।

?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 265 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
बचपन की यादें
बचपन की यादें
Neeraj Agarwal
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बैर भाव के ताप में,जलते जो भी लोग।
बैर भाव के ताप में,जलते जो भी लोग।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
धड़कूँगा फिर तो पत्थर में भी शायद
धड़कूँगा फिर तो पत्थर में भी शायद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेरे दिल ❤️ में जितने कोने है,
मेरे दिल ❤️ में जितने कोने है,
शिव प्रताप लोधी
सर्वनाम
सर्वनाम
Neelam Sharma
आतंकवाद सारी हदें पार कर गया है
आतंकवाद सारी हदें पार कर गया है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जीवन को जीतती हैं
जीवन को जीतती हैं
Dr fauzia Naseem shad
नेताजी (कविता)
नेताजी (कविता)
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
शतरंज की बिसात सी बनी है ज़िन्दगी,
शतरंज की बिसात सी बनी है ज़िन्दगी,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Noone cares about your feelings...
Noone cares about your feelings...
Suryash Gupta
"आओ हम सब मिल कर गाएँ भारत माँ के गान"
Lohit Tamta
"व्यथा"
Dr. Kishan tandon kranti
कपट
कपट
Sanjay ' शून्य'
मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....!
मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....!
singh kunwar sarvendra vikram
जमाने को खुद पे
जमाने को खुद पे
A🇨🇭maanush
राम सीता लक्ष्मण का सपना
राम सीता लक्ष्मण का सपना
Shashi Mahajan
इस धरातल के ताप का नियंत्रण शैवाल,पेड़ पौधे और समन्दर करते ह
इस धरातल के ताप का नियंत्रण शैवाल,पेड़ पौधे और समन्दर करते ह
Rj Anand Prajapati
*रामलला सिखलाते सबको, राम-राम ही कहना (गीत)*
*रामलला सिखलाते सबको, राम-राम ही कहना (गीत)*
Ravi Prakash
राम के जैसा पावन हो, वो नाम एक भी नहीं सुना।
राम के जैसा पावन हो, वो नाम एक भी नहीं सुना।
सत्य कुमार प्रेमी
इंतजार
इंतजार
Pratibha Pandey
भीगी पलकें...
भीगी पलकें...
Naushaba Suriya
भारत बनाम इंडिया
भारत बनाम इंडिया
Harminder Kaur
When you think it's worst
When you think it's worst
Ankita Patel
कब जुड़ता है टूट कर,
कब जुड़ता है टूट कर,
sushil sarna
2351.पूर्णिका
2351.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
स्त्री
स्त्री
Shweta Soni
जब किसी बुजुर्ग इंसान को करीब से देख महसूस करो तो पता चलता ह
जब किसी बुजुर्ग इंसान को करीब से देख महसूस करो तो पता चलता ह
Shashi kala vyas
ग़ैरत ही होती तो
ग़ैरत ही होती तो
*प्रणय प्रभात*
कहने को सभी कहते_
कहने को सभी कहते_
Rajesh vyas
Loading...