स्वामी ब्रह्मानंद (स्वतंत्र भारत के पहले संत सांसद)
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
सुधारौगे किसी को क्या, स्वयं अपने सुधर जाओ !
विवाह समारोहों में सूक्ष्मता से की गई रिसर्च का रिज़ल्ट*
वो नेमतों की अदाबत है ज़माने की गुलाम है ।
कभी पथभ्रमित न हो,
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
माँ-बाप का मोह, बच्चे का अंधेरा
उसे जब भूख लगती है वो दाना ढूँढ लेता है
स्वामी विवेकानंद ( कुंडलिया छंद)
पुराने पन्नों पे, क़लम से
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १०)
संसार मे तीन ही चीज़ सत्य है पहला जन्म दूसरा कर्म और अंतिम म
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
मत जलाओ तुम दुबारा रक्त की चिंगारिया।
अनजाने में भी कोई गलती हो जाये
ये क्या नज़ारा मैंने दिनभर देखा?
हिंदी काव्य के प्रमुख छंद
मिथिला कियेऽ बदहाल भेल...
- भाईयो के हाथो में कुछ भी नही भाभीया है सरताज -
मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट