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18 Sep 2022 · 1 min read

आंखों पर लिखे अशआर

आज भी ढूंढती नज़र उसको ।
मेरी आंखों का ख़्वाब था जैसे ॥

आज भी पास हो मेरे दिल के ।
आज भी भीगती ये आँखे हैं ।।

ये भी ख्वाबो की एक ज़रूरत है ।
हम तेरा अक्स भर ले आँखों में ।।

मेरी हिस्से भी नींदे दे मुझको ।
अभी आखों के ख़्वाब बाक़ी ॥

बेशुमार दिल में तेरा प्यार रक्खा है ।
छुपा के आंखो में तेरा इंतज़ार रखा है।।

उसी को तरसती हैं नींदे हमारी ।
जो ख्वाब आंखों को भाता नहीं है।।

रिश्ता मेरा जिससे कभी टूटा ही नहीं है ।
तुम भी मेरी आंखों में आंसू की तरह हो ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 180 Views
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