आंखें
।। आंखें।।
बिना लफ्जों के ये करती हैं बातें
अदा में सब बयाँ कर जाती आंखे।
हो खुशी या गम ये सब हैं समझतीं
हर हाल में संग आंसू बहाती आंखें।
जब खुलती हैं तो हैं हंसाती
होती बंद तो रुला जाती आंखें।
।। आंखें।।
बिना लफ्जों के ये करती हैं बातें
अदा में सब बयाँ कर जाती आंखे।
हो खुशी या गम ये सब हैं समझतीं
हर हाल में संग आंसू बहाती आंखें।
जब खुलती हैं तो हैं हंसाती
होती बंद तो रुला जाती आंखें।