आंखें हमारी और दीदार आपका
मेरी आंखें और दीदार आपका।
कहां ले आया हमें प्यार आपका।
कानों में जिंदगी करती सरगोशियां
जल्द छायेगा ज़रूर ख़ुमार आपका।
कानो को बस इंतहा इंतज़ार उसका
आहट सुनाई दे सौ बार आपका।
गफ़लत ए नींद की बात ही न करो
नाम लेते है हम सौ सौ आपका।
न जाने तुम किस दुनिया के बाशिंदे हो
बेकरार कर गया हमें करार आपका।
सुरिंदर कौर