आँसू
आँसू मन का कर गए, सीधा सा उपचार
खारे पानी मे बहे, मन के सभी विकार
गम हो या कोई खुशी, आँसू बहें जरूर
दिल से भी बीमारियां, ये रखते हैं दूर
खारे खारे आंसुओं , की मीठी ये बात
इनमें सदा घुले हुए , रहते हैं जज्बात
कोई गम की बात जब, देती सीना चीर
तब आँसू बन कर दवा, हर लेते हैं पीर
पत्थर सा दिल हो गया , सूख गये जब नैन
फूटेगा दरिया कभी, तभी मिलेगा चैन
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद (उ प्र)
06-09-2017