आँसू तो बहाना था
ये आँसू तो एक बहाना था
दिल का दर्द बाहर लाना था
इस चेहरे पे सिर्फ़ हँसी रहती थी
ऐसा भी एक ज़माना था
तुम आए तो दिल, दिल हुआ
यह फ़क़त ग़म का ठिकाना था
मेरा ख़्वाब देखा कोई बात नहीं
मगर सुबह होते ही भूल जाना था
नाम उसका लेकर जिसे कुरेदा है
यह ज़ख़्म तो बहुत पुराना था
……… ARSH