{{ आँसुओ से सींच रहा है }}
दिल के रास्ते किसी के इन्तेज़ार में
पत्थर सा हो रहा है
एक शख्स जिसे ख़ुदा माना हैं दिल
उसे ख़ुदा से ज्यादा प्यार कर रहा है
सब तारीफ करते है मेरे बगीचे की
उन्हें क्या पता एक एक गुलाब दिल
आँसुओ से सींच रहा है
खुशिया मेरे भी चौखट पे आये इस
ख्वाहिश में दिल उम्मीद का चिराग
जला रहा है
बहुत शरीफ लोग रहते है मेरे आस पास
वक़्त पे उनकी भी शराफत ज़माना
देख रहा है
शब्दो का भी एक जादूगर देखे यहाँ
लब्जो से वो दिल में दस्तक दे रहा हैं
जिसे मेरा ख्याल तक नही आता
दिल की दीवानगी देखो, दिल उसे ही
जान कह रहा है
देखा हैं आँखों ने वो मंज़र भी जब
धर्म पे लोग मार रहे थे एक दूसरे को
एक प्यासे मंदिर पे बैठे बच्चे को
अज़ान कर उठा कोई पानी पिला
रहा है
बहुत महफ़िल सज़ती हैं दिखावे के
बाजार में
हर कोई दर्द समेट झूठी मुस्कान
मुस्कुरा रहा है