” ———————————– आँखों का पानी है ” !!
रंग चढ़ा चेहरों पर , रंगी जिंदगानी है /
आँखों से छुप ना सके , कोई कहानी है //
सबके हैं गम अपने , अपनी है गाथाएँ /
सत्य बयां करता नहीं , आँखों का पानी है //
इतिहास में दर्ज है , अपनों का अपनापन /
वक्त से डरकर कभी , हार नहीं मानी है //
सब रंग दुनिया के , जब तब लुभाते हैं /
दांव पर यहाँ लग रही , पल-पल- जवानी है //
बेटियां जवान हुई , वे नजरें फरेबी हैं /
आँखों से नींदें यहाँ , अब तो उड़ी जानी हैं //
पीड़ा बनी संगिनी , पल-पल हैं बेगाने /
किस्मत से लड़ जायेंगे , तकरार ठानी है //