Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Anoop 'Samar'
26 Followers
Follow
Report this post
17 Feb 2020 · 1 min read
अज़ीज़ दोस्त
मेरे कुछ अज़ीज़ दोस्त और शराब!
गम के लिये आज़माये हुये हैं ज़नाब!
?-AnoopS©
21 JAN 2018
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 306 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
तूने कहा कि मैं मतलबी हो गया,,
SPK Sachin Lodhi
किसने क्या खूबसूरत लिखा है
शेखर सिंह
बहुत लोग जमा थे मेरे इर्दगिर्द मुझे समझाने वाले।
Ashwini sharma
10 Habits of Mentally Strong People
पूर्वार्थ
दो
*प्रणय*
लब्ज़ परखने वाले अक्सर,
ओसमणी साहू 'ओश'
ये बादल क्युं भटक रहे हैं
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जीवन में सही सलाहकार का होना बहुत जरूरी है
Rekha khichi
उम्मीद का दामन।
Taj Mohammad
🎋🌧️सावन बिन सब सून ❤️🔥
डॉ० रोहित कौशिक
कदम जब बढ़ रहे
surenderpal vaidya
जब दिल से दिल ही मिला नहीं,
manjula chauhan
क्राई फॉर लव
Shekhar Chandra Mitra
संचित सब छूटा यहाँ,
sushil sarna
"मतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
कुदरत का कानून है ...जो करोगे
shabina. Naaz
हँसी!
कविता झा ‘गीत’
*तन्हाँ तन्हाँ मन भटकता है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*जाना सबके भाग्य में, कहॉं अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ଷଡ ରିପୁ
Bidyadhar Mantry
खींच तान के बात को लम्बा करना है ।
Moin Ahmed Aazad
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
खुश वही है जिंदगी में जिसे सही जीवन साथी मिला है क्योंकि हर
Ranjeet kumar patre
कब तक छुपाकर रखोगे मेरे नाम को
Manoj Mahato
वो शिकायत भी मुझसे करता है
Shweta Soni
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
4099.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
Kuldeep mishra (KD)
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
Red Hot Line
Poonam Matia
Loading...