अहिंसा परमोधर्मः
उस महात्मा उस महापुरुष मोहनदास करमचंद गांधी को कोटिशः नमन विनम्र श्रद्धांजलि
जो भारतीय सामाजिक संगठनात्मक असमानता के पक्षधर थे .
वे जातीय और वर्ण व्यवस्था के कट्टर समर्थक थे .
उनके चिंतन और तौर तरीकों से.
भारतवर्ष कभी विकसित नहीं हो सकता .
मेरी नजर में सबसे बडे #अहिंसा के पुजारी #बाबासाहब थे. जो #महात्माबुद्ध के सत्य/अहिंसा/विज्ञान के समर्थक होकर.
धम्म की शरण में.
एक ऐसे #दार्शनिक जिन्होंने समाज में फैली बुराईयों को दुरूस्त किया, बल्कि समाधान तक पहुंचाया.
मानव जाति के निर्माण और विकास के लिए
देह त्याग किया.
Mahender Singh