अहसास काफी नहीं
बस तेरे होने का अहसास काफी नहीं
मुझको छू लेने को क्षण खास काफी नहीं
हद से मैं जाकर कुछ कर के गुजर जाऊँ
केवल बात तेरी ही है तो साथ काफी नहीं
बस तेरे होने का अहसास काफी नहीं
मुझको छू लेने को क्षण खास काफी नहीं
हद से मैं जाकर कुछ कर के गुजर जाऊँ
केवल बात तेरी ही है तो साथ काफी नहीं