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12 Nov 2024 · 1 min read

“अहम्” से ऊँचा कोई “आसमान” नहीं, किसी की “बुराई” करने जैसा “

“अहम्” से ऊँचा कोई “आसमान” नहीं, किसी की “बुराई” करने जैसा “आसान” कोई काम नहीं, “स्वयं” को पहचानने से अधिक कोई “ज्ञान” नहीं, और “क्षमा” करने से बड़ा कोई “दान” नहीं…🙏🏃🏻चलते रहिए। सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।। विश्व का कल्याण हो। सुरक्षित रहिए, प्रणाम, नमस्कार, वंदेमातरम् …भारत माता की जय 🚭‼️

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