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30 Apr 2024 · 1 min read

असर हुआ इसरार का,

असर हुआ इसरार का,
जागे सारे ख्वाब ।
बाँहों की आगोश में,
लिपटा रहा शबाब ।।

सुशील सरना / 30-4-24

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