Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2023 · 1 min read

असंवेदनशीलता

सब कुछ देखकर भी हम अनजान से बन जाते हैं ,
सब कुछ सुनकर भी हम अनसुनी कर जाते हैं ,
शायद हमारे पूर्व कटु अनुभव हमें
इसलिए बाध्य करते हैं ,
या हम पूर्वकल्पित धारणावश
ऐसा व्यवहार करते हैं ,
हम वातावरण निरापद बने रहना चाहते हैं ,
इस प्रकार हम असंवेदनशील से बन जाते हैं।

215 Views
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all

You may also like these posts

Choose a man or women with a good heart no matter what his f
Choose a man or women with a good heart no matter what his f
पूर्वार्थ
🙅अक़्लमंद🙅
🙅अक़्लमंद🙅
*प्रणय*
आध्यात्मिक दृष्टिकोण से मन की शांति के उपाय। मिथक बातें का खण्डन। ~ रविकेश झा
आध्यात्मिक दृष्टिकोण से मन की शांति के उपाय। मिथक बातें का खण्डन। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
मैं समुद्र की गहराई में डूब गया ,
मैं समुद्र की गहराई में डूब गया ,
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
" समाहित "
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ नहीं चाहिए
कुछ नहीं चाहिए
राधेश्याम "रागी"
आप से दर्दे जुबानी क्या कहें।
आप से दर्दे जुबानी क्या कहें।
सत्य कुमार प्रेमी
फूल अब शबनम चाहते है।
फूल अब शबनम चाहते है।
Taj Mohammad
सुन मेरे बच्चे
सुन मेरे बच्चे
Sangeeta Beniwal
sp117 जब मानव देह
sp117 जब मानव देह
Manoj Shrivastava
बाल-सखी।
बाल-सखी।
Amber Srivastava
खुशी पाने का जरिया दौलत हो नहीं सकता
खुशी पाने का जरिया दौलत हो नहीं सकता
नूरफातिमा खातून नूरी
यू तो नजरे बिछा दी है मैंने मुहब्बत की राह पर
यू तो नजरे बिछा दी है मैंने मुहब्बत की राह पर
shabina. Naaz
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
Rj Anand Prajapati
अच्छाई बाहर नहीं अन्दर ढूंढो, सुन्दरता कपड़ों में नहीं व्यवह
अच्छाई बाहर नहीं अन्दर ढूंढो, सुन्दरता कपड़ों में नहीं व्यवह
Lokesh Sharma
*वेद-कथा (मुक्तक)*
*वेद-कथा (मुक्तक)*
Ravi Prakash
मधुमास में बृंदावन
मधुमास में बृंदावन
Anamika Tiwari 'annpurna '
एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।
एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।
Abhishek Soni
एक लेख...…..बेटी के साथ
एक लेख...…..बेटी के साथ
Neeraj Agarwal
खामोशी सुनता हूं
खामोशी सुनता हूं
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
तरसता रहा
तरसता रहा
Dr fauzia Naseem shad
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मीत झूठे स्वप्न टूटे
मीत झूठे स्वप्न टूटे
Sukeshini Budhawne
"क्या मैं वही नही हूं"
डा0 निधि श्रीवास्तव "सरोद"
इंसानों की क़ीमत को
इंसानों की क़ीमत को
Sonam Puneet Dubey
रंगत मेरी बनी अभिशाप
रंगत मेरी बनी अभिशाप
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ऋतु बसंत
ऋतु बसंत
Karuna Goswami
हस्त मुद्राएं
हस्त मुद्राएं
surenderpal vaidya
श्याम नाम
श्याम नाम
Sonu sugandh
"कलम की अभिलाषा"
Yogendra Chaturwedi
Loading...