Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Nov 2023 · 1 min read

अष्टविनायक के सदा

अष्टविनायक के सदा, मोदक सोहे हाथ ।
श्री गणराया दुख हरो, हम भक्तों के नाथ ।।

लंबोदर तू मोरया, माँ गौरी के प्राण ।
हर घर में पूजे तुझे, मंगल मुर्ति सुजान ।।

Language: Hindi
82 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सूरज जैसन तेज न कौनौ चंदा में।
सूरज जैसन तेज न कौनौ चंदा में।
सत्य कुमार प्रेमी
अपने अंदर करुणा रखो आवेश नहीं मेघ की वर्षा से पुष्प खिलते है
अपने अंदर करुणा रखो आवेश नहीं मेघ की वर्षा से पुष्प खिलते है
Ranjeet kumar patre
अल्फाजों रूह मेरी,
अल्फाजों रूह मेरी,
हिमांशु Kulshrestha
।।
।।
*प्रणय*
" बंदिशें ज़ेल की "
Chunnu Lal Gupta
धूल के फूल
धूल के फूल
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
* थके नयन हैं *
* थके नयन हैं *
surenderpal vaidya
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा
Dr.Priya Soni Khare
इश्क़ और इंकलाब
इश्क़ और इंकलाब
Shekhar Chandra Mitra
‘ चन्द्रशेखर आज़ाद ‘ अन्त तक आज़ाद रहे
‘ चन्द्रशेखर आज़ाद ‘ अन्त तक आज़ाद रहे
कवि रमेशराज
हे खुदा से प्यार जितना
हे खुदा से प्यार जितना
Swami Ganganiya
दीवाली की रात आयी
दीवाली की रात आयी
Sarfaraz Ahmed Aasee
काश जज्बात को लिखने का हुनर किसी को आता।
काश जज्बात को लिखने का हुनर किसी को आता।
Ashwini sharma
Sometimes goals are not houses, cars, and getting the bag! S
Sometimes goals are not houses, cars, and getting the bag! S
पूर्वार्थ
उत्तंग पर्वत , गहरा सागर , समतल मैदान , टेढ़ी-मेढ़ी नदियांँ , घने वन ।
उत्तंग पर्वत , गहरा सागर , समतल मैदान , टेढ़ी-मेढ़ी नदियांँ , घने वन ।
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सच्ची  मौत
सच्ची मौत
sushil sarna
*नव-संसद की बढ़ा रहा है, शोभा शुभ सेंगोल (गीत)*
*नव-संसद की बढ़ा रहा है, शोभा शुभ सेंगोल (गीत)*
Ravi Prakash
My life's situation
My life's situation
Chaahat
अति मंद मंद , शीतल बयार।
अति मंद मंद , शीतल बयार।
Kuldeep mishra (KD)
तस्सुवर की दुनिया
तस्सुवर की दुनिया
Surinder blackpen
बासी रोटी...... एक सच
बासी रोटी...... एक सच
Neeraj Agarwal
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
ruby kumari
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
आनंद प्रवीण
हर दिल-अजीज ना बना करो 'साकी',
हर दिल-अजीज ना बना करो 'साकी',
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मन मेरा क्यों उदास है.....!
मन मेरा क्यों उदास है.....!
VEDANTA PATEL
4079.💐 *पूर्णिका* 💐
4079.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"स्वभाव"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा छंद
दोहा छंद
Yogmaya Sharma
मैं पढ़ता हूं
मैं पढ़ता हूं
डॉ० रोहित कौशिक
Loading...