अश्लीलता से बचें
पुरुष हो या नारी जो भी नग्नता परोसते,
उनका समाज में विरोध होना चाहिए।
नौनिहाल देश के अबोध हैं समझ नहीं ,
उनको अश्लीलता के रोग से बचाइए।
संस्कारों की धरती पवित्र अपनी भारती
स्वदेश के युवाओं में चेतना जगाइए ।
कुसंस्कार का जहर समाज में जो बाँटते,
त्याग दीजिए उन्हें करीब भी न जाइये।
(जगदीश शर्मा)