Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2024 · 1 min read

अश्क़ आँखों तक आ गये तो इन्हें बहने दो।

अश्क़ आँखों तक आ गये तो इन्हें बहने दो।
मौन जब कभी बोलना चाहे तो उसे कहने दो।
मेरी मुस्कान दिखा रही कि मैं ख़ुश हूॅं लोगों,
ख़ैर बात दिल की दिल ही में दफ़न रहने दो।
~ रेखा “मंजुलाहृदय”

1 Like · 36 Views

You may also like these posts

* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
फूल शूल पादप फसल ,
फूल शूल पादप फसल ,
Dr. Sunita Singh
कहा जाता है
कहा जाता है
हिमांशु Kulshrestha
होश में आओ
होश में आओ
अनिल कुमार निश्छल
याद कब हमारी है
याद कब हमारी है
Shweta Soni
*आम (बाल कविता)*
*आम (बाल कविता)*
Ravi Prakash
🙅 *मेरे हिसाब से* 🙅
🙅 *मेरे हिसाब से* 🙅
*प्रणय*
आइसक्रीम के बहाने
आइसक्रीम के बहाने
Dr. Pradeep Kumar Sharma
भारत के राम
भारत के राम
करन ''केसरा''
कीमत
कीमत
पूर्वार्थ
बैठा दिल जिस नाव पर,
बैठा दिल जिस नाव पर,
sushil sarna
वेलेंटाइन एक ऐसा दिन है जिसका सबके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव प
वेलेंटाइन एक ऐसा दिन है जिसका सबके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव प
Rj Anand Prajapati
ज़िन्दगी में पहाड़ जैसी समस्याएं होती है पर,
ज़िन्दगी में पहाड़ जैसी समस्याएं होती है पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इंसान को इंसान ही रहने दो
इंसान को इंसान ही रहने दो
Suryakant Dwivedi
***
*** " गुरु...! गूगल दोनों खड़े काके लागूं पांय् .....? " ***
VEDANTA PATEL
*कंचन काया की कब दावत होगी*
*कंचन काया की कब दावत होगी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मौसम का गीत
मौसम का गीत
Laxmi Narayan Gupta
तू ही ज्ञान की देवी है
तू ही ज्ञान की देवी है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ग़ज़ल _ मैं रब की पनाहों में ।
ग़ज़ल _ मैं रब की पनाहों में ।
Neelofar Khan
अवध में फिर से आये राम ।
अवध में फिर से आये राम ।
अनुराग दीक्षित
आप ही बदल गए
आप ही बदल गए
Pratibha Pandey
पर्यावरण
पर्यावरण
Mukesh Kumar Rishi Verma
अपने नसीब पर रोने के बजाय हमें अपने कर्म पर श्रद्धा और ध्यान
अपने नसीब पर रोने के बजाय हमें अपने कर्म पर श्रद्धा और ध्यान
Ravikesh Jha
*मतदान*
*मतदान*
Shashi kala vyas
सांस के बारे में
सांस के बारे में
Otteri Selvakumar
" फर्क "
Dr. Kishan tandon kranti
The magic of you
The magic of you
Deep Shikha
Kp
Kp
Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi
जीने को बस यादें हैं।
जीने को बस यादें हैं।
Taj Mohammad
23/90.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/90.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...