अवसर
अवसर हमें भी जो मिल जाता हैं।
मन भाव हम भी कुछ रखतें हैं।
माना हमने पुराने गीत शायरी भाव रखती हैं।
शब्दों में व्यक्त हम भी एक सच कहते हैं।
हमारे शब्दों के भाव भी आप समझते हैं।
कुछ अवसर वाह वाह के हमको देते हैं।
अवसर और सहयोग से हम नाम पाते हैं।
आज हम भी मन भाव से निवेदन करते हैं।
सच हकीकत और मानवता की समानता हैं।
बस आज शब्द के भाव को समझते हैं।
अवसर ही तो हम सभी की एक राह होती है।
हम सबको शोहरत और इनाम मिलना होता हैं।
बस हमें भी एक वाह वाह के अवसर की चाहत होती हैं।
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र