Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Dec 2024 · 1 min read

अवसर सूर्योदय की तरह होते हैं, यदि आप बहुत देर तक प्रतीक्षा

अवसर सूर्योदय की तरह होते हैं, यदि आप बहुत देर तक प्रतीक्षा करते हैं, तो आप उन्हें चूक सकते हैं, ये दुनिया केवल उन्हें रास्ता देती है जिन्हें अपनी मंजिल स्पष्ट रूप से पता है, अपने सीनियर्स / बड़ों से पूछने में कभी संकोच न करें, उनके पास आपके साथ साझा करने के लिए अनुभव का खजाना है, नकारात्मकता और आत्मविश्वास कभी साथ-साथ नहीं चलते…🙏🏃🏻‍♂️पितृ देवाय: नम:। स्मरण रहे बच्चे हमसे ही सीखते है। हमारे द्वारा मां-बाप से किया व्यवहार हमे भविष्य मे मिलने वाला है। प्रणाम, नमस्कार, वंदेमातरम…भारत माता की जय 🚭‼️

12 Views
Books from ललकार भारद्वाज
View all

You may also like these posts

चाहत बेहतर स्वास्थ्य की
चाहत बेहतर स्वास्थ्य की
Sunil Maheshwari
हम तुम एक डाल के पंछी ~ शंकरलाल द्विवेदी
हम तुम एक डाल के पंछी ~ शंकरलाल द्विवेदी
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
সব মানুষের মধ্যেই ভগবান আছেন
সব মানুষের মধ্যেই ভগবান আছেন
Arghyadeep Chakraborty
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
कवि रमेशराज
जतन
जतन
सोबन सिंह रावत
चढ़ते सूरज को सभी,
चढ़ते सूरज को सभी,
sushil sarna
वसंत की बहार।
वसंत की बहार।
Anil Mishra Prahari
आंखों में ख़्वाब है न कोई दास्ताँ है अब
आंखों में ख़्वाब है न कोई दास्ताँ है अब
Sarfaraz Ahmed Aasee
प्रेम के पल
प्रेम के पल
Arvind trivedi
धेनु चराकर सोचते, प्यारे नंद किशोर (कुंडलिया)
धेनु चराकर सोचते, प्यारे नंद किशोर (कुंडलिया)
Ravi Prakash
इंसान
इंसान
meenu yadav
"वृद्धाश्रम "
Shakuntla Agarwal
"डोजर" के चेप्टर पर तो "क्लोजर" लगा दिया हुजूर!अब "गुल" खिला
*प्रणय*
वर्षों पहले लिखी चार पंक्तियां
वर्षों पहले लिखी चार पंक्तियां
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ले हौसले बुलंद कर्म को पूरा कर,
ले हौसले बुलंद कर्म को पूरा कर,
Anamika Tiwari 'annpurna '
जय हो कल्याणी माँ 🙏
जय हो कल्याणी माँ 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
एक सड़क जो जाती है संसद
एक सड़क जो जाती है संसद
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
" बंध खोले जाए मौसम "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
समुंद्र की खिड़कियां
समुंद्र की खिड़कियां
ओनिका सेतिया 'अनु '
हम सब की है यही अभिलाषा
हम सब की है यही अभिलाषा
गुमनाम 'बाबा'
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
* संसार में *
* संसार में *
surenderpal vaidya
" वक्त "
Dr. Kishan tandon kranti
विकास
विकास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
धड़कनों से सवाल रहता है।
धड़कनों से सवाल रहता है।
Dr fauzia Naseem shad
स्वाद बेलन के
स्वाद बेलन के
आकाश महेशपुरी
24/01.*प्रगीत*
24/01.*प्रगीत*
Dr.Khedu Bharti
स्वयं को चरित्रवान बनाना अपने हाथ में है और आसान भी है
स्वयं को चरित्रवान बनाना अपने हाथ में है और आसान भी है
Paras Nath Jha
गुज़ारिश आसमां से है
गुज़ारिश आसमां से है
Sangeeta Beniwal
काश मुझे तुम दे जाते
काश मुझे तुम दे जाते
प्रदीप कुमार गुप्ता
Loading...