अवध-राम को नमन
#दिनांक:-26/12/2024
#शीर्षक:-अवध-राम को नमन
अब घटनाओं का विवरण आने वाला है,
क्योंकि बेचारा दिसम्बर जाने वाला है।
हर परिस्थिति परिणाम को संभाले रखा,
संस्कार से सम्मान संस्कार होने वाला है।
सारे जंग, सारे रिश्ते, सारी मुहब्बत समेट,
भूतकाल की बाँहों में प्रेमी गिरने वाला है।
हँसी ठिठोली झेला, कम्पित कड़ाके की ठण्ड,
प्रसिद्धि की फुलझरियाँ अब बनने वाला है।
गुनाह, गम, दुख सबके याद किए जाएंगे,
मुस्कान भर जनवरी का सबेरा आने वाला है।
आखिरी बार महक होगी,टूटी इत्र की शीशी,
देखेंगे गुजरी बात याद रोकर बुलाने वाला है।
कहीं हार की चुभन,कहीं जीत शानदार हुई,
अवध-राम को नमन, प्रतिभा चाहने वाला है।
(स्वरचित)
प्रतिभा पाण्डेय “प्रति”
चेन्नई