अवधी गीत
सिमवा पे जैसे$$$$$ डटे हैं जवनवा
सिवनवा में डटा रहैं किसनवा
सिवनवा में०——
1️⃣
गोला न बन्दूक से डर इनका लागै
डर इनका लागै न डर इनका लागै
देखैं जौ दुस्मन दबाय दुम भागै
दबाय दुम भागै दबाय दुम भागै
बड़े बड़े दुस्मन कै काँपै परनवा
सिवनवा मा डटा रहैं किसनवा
2️⃣
गर्मी न बरखा न जाड़े कै रतिया
जाड़े कै रतिया हो जाड़े कै रतिया
विचलित न कै पावै कउनउ विपतिया
कउनउ विपतिया हो कउनउ विपतिया
पैदा करैं धरती से चाँदी अउ सोनवा
सिवनवा मा डटा रहैं किसनवा
3️⃣
माथे पे माटी कै चन्दन लगाए
चन्दन लगाये हो चन्दन लगाए
हाथे तिरंगा कै झण्डा सुहाये
झण्डा सोहाये हो झण्डा सोहाये
जियौ जियौ भारत के बारे ललनवा
सिवनवा मा डटा रहैं किसनवा
4️⃣
दिन भर खेते मा हल ई चलावैं
हल ई चलावैं हो हल ई चलावैं
संझा लै धनवा फसलिया निरावैं
अंजा से फसलिया निरावैं फसलिया निरावैं
भर देंय अंजा से खेत खरिहनवा
सिवनवा मा डटा रहैं किसनवा
वहवर उ दुस्मन से हमका बचावैं
हमका बचावैं हो हमका बचावैं
यहवर धरा पूत सबका जियावैं
सबका जियावैं हो सबका जियावैं
दूनौ जने देसवा कै तुम हो नयनवा
सिवनवा मा डटा रहैं किसनवा
जय हो जवनवा तो जय हो किसनवा
सिवनवा मा डटा रहैं किसनवा
सिवनवा०—–
प्रीतम श्रावस्तवी