Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jan 2024 · 1 min read

अवधी गीत

सिमवा पे जैसे$$$$$ डटे हैं जवनवा
सिवनवा में डटा रहैं किसनवा
सिवनवा में०——
1️⃣
गोला न बन्दूक से डर इनका लागै
डर इनका लागै न डर इनका लागै
देखैं जौ दुस्मन दबाय दुम भागै
दबाय दुम भागै दबाय दुम भागै
बड़े बड़े दुस्मन कै काँपै परनवा
सिवनवा मा डटा रहैं किसनवा
2️⃣
गर्मी न बरखा न जाड़े कै रतिया
जाड़े कै रतिया हो जाड़े कै रतिया
विचलित न कै पावै कउनउ विपतिया
कउनउ विपतिया हो कउनउ विपतिया
पैदा करैं धरती से चाँदी अउ सोनवा
सिवनवा मा डटा रहैं किसनवा
3️⃣
माथे पे माटी कै चन्दन लगाए
चन्दन लगाये हो चन्दन लगाए
हाथे तिरंगा कै झण्डा सुहाये
झण्डा सोहाये हो झण्डा सोहाये
जियौ जियौ भारत के बारे ललनवा
सिवनवा मा डटा रहैं किसनवा
4️⃣
दिन भर खेते मा हल ई चलावैं
हल ई चलावैं हो हल ई चलावैं
संझा लै धनवा फसलिया निरावैं

अंजा से फसलिया निरावैं फसलिया निरावैं
भर देंय अंजा से खेत खरिहनवा
सिवनवा मा डटा रहैं किसनवा

वहवर उ दुस्मन से हमका बचावैं
हमका बचावैं हो हमका बचावैं
यहवर धरा पूत सबका जियावैं
सबका जियावैं हो सबका जियावैं
दूनौ जने देसवा कै तुम हो नयनवा
सिवनवा मा डटा रहैं किसनवा

जय हो जवनवा तो जय हो किसनवा
सिवनवा मा डटा रहैं किसनवा
सिवनवा०—–

प्रीतम श्रावस्तवी

Language: Hindi
Tag: गीत
188 Views

You may also like these posts

बावन यही हैं वर्ण हमारे
बावन यही हैं वर्ण हमारे
Jatashankar Prajapati
हमने तो अपने नगमों में
हमने तो अपने नगमों में
Manoj Shrivastava
रहती जिनके सोच में, निंदा बदबूदार .
रहती जिनके सोच में, निंदा बदबूदार .
RAMESH SHARMA
HAPPINESS!
HAPPINESS!
R. H. SRIDEVI
शिव जी प्रसंग
शिव जी प्रसंग
Er.Navaneet R Shandily
खुदा ! (ईश्वर)
खुदा ! (ईश्वर)
Ghanshyam Poddar
हमारे पास आना चाहते हो।
हमारे पास आना चाहते हो।
सत्य कुमार प्रेमी
*बेचारी जर्सी 【कुंडलिया】*
*बेचारी जर्सी 【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
प्रवास के दिन
प्रवास के दिन
Dr Pranav Gautam
प्रेरणा
प्रेरणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
प्रारब्ध का सत्य
प्रारब्ध का सत्य
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि
★ IPS KAMAL THAKUR ★
कान्हा
कान्हा
Ayushi Verma
अक्षरांजलि
अक्षरांजलि
Dr. Kishan tandon kranti
विचार ही हमारे वास्तविक सम्पत्ति
विचार ही हमारे वास्तविक सम्पत्ति
Ritu Asooja
हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे।
हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे।
Dr fauzia Naseem shad
अब मेरे दिन के गुजारे भी नहीं होते हैं साकी,
अब मेरे दिन के गुजारे भी नहीं होते हैं साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हिन्दी पर विचार
हिन्दी पर विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"मुशाफिर हूं "
Pushpraj Anant
सरस्वती, की कहु हम
सरस्वती, की कहु हम
श्रीहर्ष आचार्य
ज़िंदगी जीने के लिये क्या चाहिए.!
ज़िंदगी जीने के लिये क्या चाहिए.!
शेखर सिंह
नौ दो ग्यारह...
नौ दो ग्यारह...
Vivek Pandey
मन मेरा मेरे पास नहीं
मन मेरा मेरे पास नहीं
Pratibha Pandey
दोहा - कहें सुधीर कविराय
दोहा - कहें सुधीर कविराय
Sudhir srivastava
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
3674.💐 *पूर्णिका* 💐
3674.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जो सोचते हैं अलग दुनिया से,जिनके अलग काम होते हैं,
जो सोचते हैं अलग दुनिया से,जिनके अलग काम होते हैं,
पूर्वार्थ
■ समझने वाली बात।
■ समझने वाली बात।
*प्रणय*
मुझे उन दिनों की बेफिक्री याद है कि किसी तोप
मुझे उन दिनों की बेफिक्री याद है कि किसी तोप
Ashwini sharma
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
Shashank Mishra
Loading...