अल्फाज़
अल्फाज़ जिन्हें समझ रहे हो, वो जज़्बात हैं मेरे दिल के।
लफ़्ज़ों में तो बस मैंने बयां किया है वरना ख यालात हैं मेरे दिल के।।
अल्फाज़ जिन्हें समझ रहे हो, वो जज़्बात हैं मेरे दिल के।
लफ़्ज़ों में तो बस मैंने बयां किया है वरना ख यालात हैं मेरे दिल के।।